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ताड़पत्रों पर सोने की स्याही से लिखा गया एक दुर्लभ ग्रंथ

ये चित्र पू १०५ श्री ऐलक पन्नालाल का है ।जो सरस्वती भवन झालरापाटन में लगा है ।इन्होंने समाज के लिये जो योगदान किया है , उसे भुलाया नहीं जा सकता…

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आस्था की खुशबू से महकेगा टीएमयू रिद्धि-सिद्धि भवन में 10 सितंबर से 19 सितंबर तक मनाया जाएगा पर्वाधिराज पर्यूषण महोत्सव

ख़ास बातें• महोत्सव की सभी तैयारी पूर्ण, 10 सितंबर को उत्तम क्षमा• 10 लक्षण महापर्व का मुख्य उद्देश्य विकारों पर विजय पाना• महोत्सव के दौरान जैन स्टुडेन्टस कल्चरल प्रोग्राम्स में…

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श्री शांति आचार्य सागर महाराज का 66वां समाधि दिवस

मुनि परम्परा के गौरव, आचार्य परम्परा के शिखर, चर्या के मूलाधार , समता के समयनुसार, संकल्प के महाभट्ट- चरित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर जी महाराज। मनुष्य जीवन की सबसे…

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“मैं भारत हूं” संघ द्वारा केन्द्रिय राज्य मंत्री माननीय कौशल किशोर जी का किया गया सम्मान।

मै भारत हूं संघ के सदष्यों ने कल के राज्य मंत्री मा कौशल किशोर जी का उनके आवाश पर उत्तर प्रदेश रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।उ प्र कार्यक्रम की…

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आज़ादी का 75 वां अमृत महोत्सव कार्यक्रम मनाया

ॐ ह्रीँ पद्मप्रभु देवाय नमःॐ ह्रीँ पार्श्वनाथ देवाय नमःॐ ह्रीँ शांतिसागरय नमःॐ ह्रीँ विमल सागर गुरुवे नमःॐ ह्रीँ पुष्पदंत गुरुवे नमः🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹मंगलं भगवान वीरो,मंगलं गौतमोगणीमंगलं पुष्पदंताद्यो, जैन धर्मोस्तु मंगलं🏳‍🌈🇮🇳🏳️‍🌈🇮🇳🏳️‍🌈🇮🇳🏳️‍🌈🇮🇳🏳️‍🌈🇮🇳११वाँ पुष्प वर्षायोग…

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श्री विमल-सन्मति-विराग गुरु के विलक्षण महासाधक आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी गुरूराज संयम पथ पर बढ़ने वाले दिक्षार्थीयो की अनुमोदना स्वरूप दीक्षार्थियों की ली पड़गाहन विधि

Acharya Shri Vishuddha Sagar ji 15 ऑक्टुबर 2021 को विश्व विख्यात अतिशय क्षेत्र में राष्ट्र गौरव चतुर्थ पट्टाचार्य श्री सुनीलसागर जी गुरूराज के करकमलों से अनेको दीक्षा सम्भावित है जिसमे…

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प्रधानमंत्री जी के ट्यूर एवम प्रोटोकॉल अधिकारी महागुरु के दर्शनार्थ पधारे

4 अगस्त को विश्व विख्यात अतिशय तीर्थ क्षेत्र श्री अंदेश्वर पार्श्वनाथ जी की धरा पर वर्षायोगरत राष्ट्र गौरव संयम भूषण चतुर्थ पट्टाचार्य श्री सुनीलसागर जी गुरूराज ससंघ के दर्शनाथ भारतीय…

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तपस्वी सम्राट की दुरदृष्टिता व जीर्णोद्धार का सीमांकन होते ही प्रभु श्री पार्श्वनाथ जी के पद अंगूठे से निकली जलधारा

आज से लगभग 32 वर्ष पूर्व सन 1988-89 में युगश्रेष्ठ आचार्यशिरोमणी तपस्वी सम्राट श्री सन्मति सागर जी ऋषिराज ससंघ का विश्व विख्यात अतिशयकारी तीर्थ क्षेत्र श्री अंदेश्वर पार्श्वनाथ पर आगमन…

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