1008 भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा का मस्तकाभिषेक होगा इनके सान्निध्य में

श्री क्षेत्र महावीर जी मे मूलनायक 1008 भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा का मस्तकाभिषेक वर्ष 2022 के फरवरी माह में परम पूज्य पंचम पट्टाधीश वात्सल्य वारिधि आचार्य श्री 108 वर्द्धमान सागर जी महाराज ससंघ के मंगल सान्निध्य में होगा।

राजस्थान स्थित दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी दिगम्बर जैन श्रद्धालुओं की आस्था का एक बड़ा केंद्र है। वर्ष 1998 में श्री महावीर जी स्थित 1008 भगवान श्री महावीर स्वामी की मूलनायक प्रतिमा का अभिषेक आचार्य 108 श्री विद्यानंद जी महाराज के मंगल सान्निध्य में आयोजित किया गया था। उस महोत्सव के पश्चात क्षेत्र की प्रबंधकारिणी कमिटी ने प्रत्येक 12 वर्षों के अंतराल पर मस्तकाभिषेक करने का निर्णय लिया था। वर्ष 1998 के पश्चात वर्ष 2010 में किन्ही अपरिहार्य कारणों से मस्तकाभिषेक की रूप रेखा नही बन पाई।  दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी स्थित मूलनायक 1008 भगवान श्री महावीर स्वामी की प्रतिमा का पुनः मस्तकाभिषेक वर्ष 2022 में सम्पन्न हो ऐसी निर्मल भावना वर्तमान प्रबंधकारिणी कमिटी ने बनाई है। युग तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का इक्कीसवीं सदी का प्रथम मस्तकाभिषेक बीसवीं सदी के प्रथम दिगम्बराचार्य चारित्र चक्रवर्ती आचार्य 108 श्री शांति सागर जी महाराज की अक्षुण्ण परंपरा के पंचम पट्टाधीश जिनधर्म प्रभावक आचार्य श्री 108 वर्द्धमान सागर जी महाराज के मंगल सान्निध्य में ही सम्पन्न हो, यह निर्णय प्रबंधकारिणी कमिटी द्वारा सर्वसम्मति से पास किया गया और कमिटी के पदाधिकारियों ने कर्नाटक के बेलगाम में विराजित आचार्य संघ को इस हेतु श्री फल भेंट कर निवेदन करने के लिए जाने का निर्णय लिया। एक तरफ सुदूर दक्षिण स्थित बेलगाम और दूसरी तरफ उत्तर में स्थित श्री महावीरजी। संघ से निवेदन कर संघ की स्वीकृति प्राप्त कर संघ को राजस्थान लाना अत्यंत कठिन जान पड़ रहा था।

कमिटी ने कोलकाता के श्री राकेश जी सेठी, जयपुर के श्री सुरेश जी सबलावत और बैंगलोर के श्री अनिल जी सेठी को विशेष रूप से आमंत्रित किया। कमिटी के अध्यक्ष श्रीमान सुधांशु जी काशलिवाल, उपाध्यक्ष श्रीमान शांति कुमार जैन(Retd. IPS), कोषाध्यक्ष श्रीमान विवेक जी काला, संयुक्त मंत्रीगण श्रीमान सुभाष जी जैन एवं श्रीमान उमराव जी संघी तथा राकेश जी सेठी, श्री सुरेश जी सबलावत, श्री अनिल जी सेठी, श्री श्रीपाल जी गंगवाल, बंगलोर के श्री निहाल चंद जी ठोल्या, तारा देवी सेठी, संगीता जी पंचोल्या आदि ने सम्पूर्ण कमिटी और भारतवर्ष की दिगम्बर जैन समाज की ओर से आचार्य श्री से मस्तकाभिषेक महोत्सव में मंगल सान्निध्य प्रदान करने हेतु दिनांक 9 फरवरी को श्रीफल भेंट किया।

कोलकाता के श्री राकेश जी सेठी ने श्री क्षेत्र महावीरजी कमिटी की ओर से मंच संचालन किया और अनुरोध करते हुए कहा कि

हे वात्सल्य वारिधि करुणा निधान, आप श्री ने गोम्मटेश्वर भगवान श्री श्री बाहुबली स्वामी के महामस्तकाभिषेक में लगातार तीन बार मंगल सान्निध्य प्रदान कर जन जन पर वात्सल्य का सागर बरसाया है और गोम्मटेश्वर बाहुबली स्वामी की प्रतिमा और श्री महावीर जी स्थित महावीर स्वामी की प्रतिमा में कई समानताएं है। उन्होंने बताया कि बाहुबली की प्रतिमा तीर से प्रकट हुई और  महावीर जी की प्रतिमा क्षीर से प्रकट हुई। दोनों ही प्रतिमाओं के अभिषेक क्षीर से ही सम्पन हुए। महावीर स्वामी की प्रतिमा टीले से निकली और बाहुबली की प्रतिमा टीले पर निकली। दोनों ही प्रतिमाओं को लगभग 1025 वर्ष हो चुके है।बाहुबली की  प्रतिमा दक्षिण से उत्तर की ओर देखते हुए दक्षिण भारत और उत्तर भारत के सम्बन्ध को स्थापित कर रही है। श्री राकेश जी ने आगे भाव विभोर होते हुए आगे कहा कि हे वर्तमान के वर्द्धमान, आप दिगम्बर जैन सम्प्रदाय के सर्वोच्च आचार्यगण में से है तथा विशाल संघ के नायक है और जन जन के आराध्य है। श्री महावीरजी जी महामस्तकाभिषेक – 2022 समारोह में मंगल सान्निध्य प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान करें जिस से की वो आयोजन निर्विघ्न रूप से ऐतिहासिक सफलता के साथ सम्पन्न हो।

कमिटी के अध्यक्ष श्री सुधांशू जी काशलिवाल एवं पदाधिकारीयों ने कमिटी द्वारा प्रस्तावित निवेदन पत्र पढ़ा और आचार्य श्री के श्री चरणों मे निवेदित किया।कमिटी ने उपस्थित स्मस्त श्रावक श्राविकाओं के साथ श्रीफल भेंट किया। विवेक जी काला ने कहा  की श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर जी की समस्त कमिटी एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष की दिगम्बर जैन समाज आप श्री के श्री चरणों मे सविनय निवेदन करती है कि श्री महावीरजी जी महामस्तकाभिषेक – 2022 समारोह में आप ससंघ अपना मंगल सान्निध्य प्रदान करने की स्वीकृति देकर हम सभी को अपनी करुणा का आशीष प्रदान करें और  संघ सहित श्री क्षेत्र महावीर जी की ओर मंगल विहार करें, महावीर जी क्षेत्र कमिटी तन मन धन से आपका मंगल विहार सम्पन्न कराने को तत्पर है।

तत्पश्चात श्रीपाल जी गंगवाल, श्री डी ए पाटिल, श्री फूल चंद जी आदि ने महावीर नगर(गेवराई) में वर्ष 2021 का चातुर्मास सम्पन्न करने हेतु श्री फल भेंट किया। ज्ञातव्य है कि राजस्थान स्थित श्री क्षेत्र पदमपुरा की कमिटी के पदाधिकारी श्री सुधीर जी, श्री हेमन्त जी सोगानी, श्री राज कुमार जी कोठयारी एवं सुभाष जी पाटनी ने वर्ष 2022 के चातुर्मास हेतु हाल ही में बेलगाम में आचार्य संघ को श्रीफल भेंट कर निवेदन किया है।   

श्री फल भेंट होने के पश्चात आचार्य श्री ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि श्री क्षेत्र महावीर जी मे ही हमारी मुनि दीक्षा सम्पन्न हुई और वर्द्धमान की भूमि होने की वजह से ही शायद गुरुदेव ने दीक्षा के समय हमारा नामकरण वर्द्धमान सागर किया। आचार्य श्री ने आगे कहा कि महावीरजी क्षेत्र के दर्शन लगभग 24 वर्ष किये थे, लगता है अब पुनः दर्शन लाभ का अवसर आने वाला है।

आचार्य श्री ने कहा बेलगाम से श्री महावीर जी की दूरी बहुत है और समय कम और मस्तकाभिषेक का कार्य भी हिमालय जैसा ऊंचा कार्य है, इसीलिए संघ को मस्तकाभिषेक में सान्निध्य प्रदान करने हेतु शीघ्र विहार करना होगा और दूरी काफी होने की वजह से वर्ष 2021 का चातुर्मास मार्ग में ही सम्पन्न करना होगा।

आचार्य श्री ने जैसे ही मस्तकाभिषेक में अपना सान्निध्य प्रदान करने की स्वीकृति प्रदान की वैसे ही भगवान महावीर स्वामी और आचार्य श्री की जयकारों से आकाश गुंजायमान हो उठा।

कमिटी ने जानकारी देते हुए बताया कि महावीरजी महामस्तकाभिषेक समारोह -2022 में मस्तकाभिषेक के साथ साथ भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा, विभिन्न राष्ट्रीय सम्मेलन आदि अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगें।

भगवान महावीर का महामस्तकाभिषेक वर्तमान के वर्द्धमान के सान्निध्य में होगा, ये जानकारी मिलते ही स्मास्त जैन समाज प्रफुल्लित है।

आचार्य संघ का बेलगाम से श्री महावीरजी के लिए विहार शीघ्र होने की संभावना है।

राकेश सेठी

कोलकाता

9830255464

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