
प्रयागराज। जीरो रोड स्थित दिगंबर जैन मंदिर पंचायती सभा प्रयागराज के तत्वाधान में पंडित आशीष जैन के निर्देशन में एवम मुनि श्री दयासागर महाराज के सानिध्य में भक्तांबर विधान का आयोजन किया गया। प्रात: श्रद्धालुओं द्वारा भगवान का अभिषेक एवम शांतिधारा की गई इसके पश्चात ४८ दीपकों एवम मंत्रोचार से भक्तांबर विधान एवम भगवान की आरती की गई। मुनि श्री ने अपने प्रवचन में संस्कार और संस्कृति के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संस्कार केवल संस्कृति के परिचायक ही नहीं, बल्कि उसके नियामक भी हैं। उनके अनुसार, बुरे संस्कार से संस्कृति का पतन होता है, जबकि अच्छे संस्कार से संस्कृति समृद्ध होती है। दिगंबर जैन समाज के श्रद्धालुओं ने मुनि श्री से श्रीफल( नारियल) चढ़ाकर चातुर्मास के लिए निवेदन किया।कार्यक्रम में मुनि श्री दीक्षा सागर महाराज एवम आर्यिका श्री दिव्यामती मौजूद रहे।
मुनि श्री ने श्रद्धालुओं के भक्तिभाव को देखते हुए उनका निवेदन स्वीकार किया। आगामी १३ जुलाई को मुनि श्री की चातुर्मास स्थापना को कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा