राष्ट्रीय न्याय के लिए जैन धर्म का 1008 गाँव में सामूहिक सांकेतिक अनशन

दिनांक 29 मई को जूम मीटिंग के माध्यम से देशभर के अनेक जैन धर्म के सभी सम्प्रदायो के पदाधिकारी व युवा सम्मिलित हुए जिन्होंने एक सुर में अनोप मंडली पर कार्यवाही हेतु सहमति दी जिसमे मुख्य निर्णय हुए।

1.देश भर की जैन समाज हर गाव से अनोप मंडली के खिलाफ ज्ञापन भी देगा और एफआईआर दर्ज कराएगी।

2.पिछले वर्षों में हुई समस्त जैन सन्तो की दुर्घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग।

3. 15 अगस्त से पहले दिल्ली सरकार व राज्य सरकारे अनोप मंडली को पूर्णतया बैन कर इस गिरोह के कर्ताधर्ताओ को गिरफ्तार करें, उन पर राष्टीय अखंडता को खत्म करने जैसे आवश्यक सभी धाराओं से कानूनी कार्यवाही हो अन्यथा आचार्य श्री लोकेश मुनि जी सहित अनेक साधु भगवन्त,भट्टारक स्वामी के साथ हजारो युवा दिल्ली,जयपुर व अहमदाबाद में आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे।

4.साधु भगवन्त दिल्ली कूच करे उससे पहले हम सभी श्रावक अपना धर्म निभाते हुए पंथ-सप्रदाय से परे होकर संथारा प्रकरण की तरह एकता का परिचय देते हुए एक जैन एक नारा एक मंच के तहत दिनांक 3 जून को देशभर के 1008 से अधिक गाँवो में सामूहिक अपने अपने घरों पर सुबह 7 से शाम 5 बजे तक सांकेतिक अनशन करेंगे और समाज व आदिकालीन प्राचीन अहिंसामयी भारतीय संस्कृति के रक्षार्थ एक जुटाता का परिचय देते हुए इस पवित्र महान संघर्ष का शुरुवाती बिगुल बजाएंगे।

5.महाराष्ट्र से श्री अनूप जी शाह ने कहा कि वे स्वयं अपने क्षेत्र में 500 लोगो के साथ अपने अपने घरों में इस अनशन को अंजाम देंगे।

6.राजस्थान -गुजरात महाराष्ट्र जहाँ जहाँ अनोप मंडली जैन समाज पर अत्याचार कर रही है,दुष्प्रचार करके उनको मानसिक-शारीरिक प्रताड़नाए दे रही है वहा जैन समाज व संस्कृति के सरक्षण हेतु विशेष एक्ट कानून बनाया जाए।

7.राजस्थान-गुजरात सहित देश के जिन जिन राज्यो में अनोप मंडली की गतिविधियां है उन पर तत्काल कठोर कार्यवाही के उद्देश्य से जैन समाज व जैन सन्त एक सुर में अहिंसक गांधीवादी आंदोलन करेंगे।

8.सकल जैन समाज अब पंथ सम्प्रदाय से परे होकर धर्म-संस्कृति-समाज व गुरुओ के रक्षार्थ 3 जून को गाव गाँव मे अपने अपने घरों से एक दिवसीय अनशन द्वारा इस क्रांति का बिगुल बजाएंगे।

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