- 20/05/2024
- By- जिनागम - धर्मसार
ठीक उसी तरह शुभ भाव के बिना विनय भी सम्भव नही:धर्मचार्य श्री कनकनंदी जी
वैज्ञानिक धर्मचार्य श्री कनकनंदी जी गुरुराज द्वारा गुणभूषण श्रावकाचार ग्रंथ के विषय “विनय पर” की गयी स्वाध्याय वर्षा की कुछ बुंदे धर्म के अनेक सोपान मे से प्रथम सोपान है…
Read More- 05/03/2020
- By- जिनागम - धर्मसार
आचार्य श्री १०८ सुनील सागर जी महाराज ने किया मंदिर जी का शिलान्यास
अंकलीकर परम्परा के चतुर्थ पट्टाधीश व तपस्वी सम्राट 108 श्री सन्मति सागर जी महाराज के परम प्रिय शिष्य संयम भूषण, अधयात्म योगी 108 श्री सुनील सागर जी महाराज (ससंघ) के…
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