भगवान शांतिनाथ का हुआ पंचामृत अभिषेक: पूज्य आचार्य डॉ प्रणामसागर महाराज ने किया संबोधित

भगवान शांतिनाथ का किया गया पंचामृत अभिषेक
पूज्य आचार्य डॉ प्रणामसागर महाराज ने किया संबोधित
छत्रपति संभाजीनगर: राजा बाजार
स्थित श्री 1008 खंडेलवाल दिगंबर जैन पंचायत पार्श्वनाथ मंदिर में पूज्य आचार्य डॉ प्रणामसागर महाराज का चातुर्मास चल रहा है. उनके सान्निध्य में मंगलवार को भगवान श्रेयांसनाथ निर्वाण कल्याणक महोत्सव के अवसर पर सुबह भगवान शांतिनाथ का पंचामृत अभिषेक किया गया. इसके बाद हीराकाका प्रांगण में रक्षाबंधन के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस अवसर पर डॉ आचार्य प्रणामसागरजी महाराज को पिच्छी बांधने का सौभाग्य सीमा विशाल बड़जाते और बाकलीवाल परिवार को मिला. भगवान को निर्वाण लाडू चढ़ाने का सम्मान अनुष्ठाचार्य कपिल भैया को मिला. सुबह छह बजे अभिषेक और 700 श्रीफल चढ़ाकर रक्षाबंधन महाविधान संपन्न हुआ. इस अवसर पर सौधर्म इंद्र-इंद्राणी बनने का सौभाग्य शकुंतला अशोक गंगवाल को, कुबेर इंद्र बनने का सौभाग्य चंदादेवी प्रकाश कासलीवाल को और ईशान इंद्र बनने का सौभाग्य राखी कोमल डॉ तुषार
छत्रपति संभाजीनगर में मंगलवार को श्री 1008 खंडेलवाल दिगंबर जैन पंचायत पार्श्वनाथ मंदिर में रक्षाबंधन पर आयोजित कार्यक्रम में मार्गदर्शन करते हुए आचार्य डॉ प्रणामसागर महाराज और अन्य.

लोहाड़े को प्राप्त हुआ. रक्षाबंधन के अवसर पर 700 मुनियों के उपसर्गों का निवारण करने वाले विष्णुकुमार मुनि की स्मृति में रक्षाबंधन विधान का आयोजन किया गया. इस अवसर पर आयोजित मांगलिक प्रवचन में रक्षाबंधन के महत्व को स्पष्ट करते हुए आचार्य प्रणामसागरजी महाराज ने कहा कि सुरक्षा तो सभी चाहते हैं, लेकिन बंधन कोई नहीं चाहता. रक्षाबंधन का पर्व सभी मनाते हैं, लेकिन इसमें निहित बंधन का अर्थ समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है. कार्यक्रम की प्रस्तावना
पंचायत अध्यक्ष महावीर पाटनी ने रखी. संचालन सचिव प्रकाश अजमेरा ने किया. संगीतमय प्रस्तुति में कपिल भैया ने बोली वाचन किया. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए महावीर ठोले, किरण पहाड़े, नीता ठोले, चंदा कासलीवाल, चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष वकील अनिल कासलीवाल, कार्याध्यक्ष संजय पहाड़े, दिनेश ठोले, रवि सेठी, महामंत्री प्रमोद पांडे, नीता ठोले, अशोक गंगवाल, आशा कासलीवाल सहित राजा बाजार महिला मंडल और बहुमंडल ने परिश्रम किया.
नरेंद्र अजमेरा पियुष कासलीवाल औरंगाबाद