- 07/05/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
शांतिपथ प्रदर्शन (जिनेन्द्र वर्णी)
शांतिपथ-प्रदर्शन-जिनेन्द्र-वर्णी
Read More- 07/05/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
सकल जैन समाज – रायपुर का मानवता को समर्पित कार्य
रायपुर में एयरपोर्ट के पास जैनम मानस भवन को जैनम कोविड हॉस्पिटल में बदला गया… जैनम कोविड हॉस्पिटल में कुल 100 बेड जिसमें 60 बेड में ऑक्सीजन की सुविधा है…
Read More- 07/05/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
जैन कवि भूधरदास की चेतावनी
काहु घर पुत्र जायो, काहू के वियोग आयो ; काहू राग-रंग, काहू रोआ-रोई करी है। जहाँ भान उगत, उछाह गीत-गान देखे, साँझ समय, ताहि थान हाय-हाय परी है। ऎसी जग…
Read More- 06/05/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
आज गुरुवार है।‼️ आदिनाथ भगवान जी का दिन है।‼️
आज गुरुवार है।‼️ आदिनाथ भगवान जी का दिन है।‼️ 🙏🙏 दर्शन करते हैं 🙏🙏 अलग्रामम जैन मंदिर, अलग्रामम, (तमिलनाडु) 🛕🛕🛕पता :~ अलग्रामम जैन मंदिर, ग्राम – तिंडीवनम, अलग्रामम, जिला –…
Read More- 04/05/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
भूले अपना धर्म महान
✍️कुमार अनेकान्त चारों ओर मचा कोहराम ,कोई किसी के न आता काम ।कैसी विपदा आयी मानव पर,न सुनता खुदान गॉड भगवान ।।1।। किसकी गलती कौन सुधारे ?अच्छे अच्छे परलोक सिधारे…
Read More- 22/04/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
विश्व मैत्री उद्घोषक भगवान महावीर स्वामी
विश्व मैत्री भावना के उद्घोषक सनातन श्रमण संस्कृति में चौबीस तीर्थंकर भगवंत हुए है। जब – जब सृष्टि पर धर्म की ही हानि होती है , अज्ञान- अविद्या के वश…
Read More- 17/04/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
क्या कभी जैन समाज ऐसा कार्य करेगा, शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा
क्या जैन समाज कभी ऐसे नेक कार्य करेगा क्या जैन समाज ऐसा कार्य करने की कभी सोच भी सकता है शायद आपका जवाब होगा नहीं, हम तो सबसे बड़ा समाज…
Read More- 01/04/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
शिवम एनक्लेव जैन समाज ने 108 मुनिश्री सकलकीर्ति जी महाराज को श्रीफल भेंट कर प्राप्त किया आशीष
शिवम एनक्लेव जैन मंदिर में कल होगा मुनिश्री का मंगल प्रवेश नई दिल्ली। आज प्रातः शिवम एनक्लेव के जैन समाज व श्री 1008 आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर शिवम एनक्लेव (नई…
Read More- 01/04/2021
- By- जिनागम - धर्मसार
पहले स्वयं की आत्मा का सुधार करो फिर दूसरों का हित करोः वैज्ञानिक धर्माचार्य 108 कनकनंदी जी महाराज
नई दिल्ली/जयपुर। वैज्ञानिक धर्माचार्य 108 कनकनंदी जी महाराज की वेबीनार ज्ञानशाला का शुभारम्भ सुविज्ञसागर जी के मधुर कंठ से आचार्य श्री द्वारा रचित कविता के पाठ से हुआ। कविता के…
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