अन्तर्मना उवाच
प्रभाव दमदार होने से बेहतर है दिलदार या उदार होना
घर बहुत बड़े है, पर परिवार नहीं।
शिक्षा बहुत है, पर तमीज नहीं।
दवाई बहुत महंगी है, पर आरोग्यता नहीं।
मंगल ग्रह तक जाना है, पर पड़ोसी का पता नहीं।
आमदनी बहुत है, पर मन की शांति नहीं।
ज्ञान बहुत है, पर विवेक नहीं।
प्रेम सम्बन्ध बहुत है, पर लगाव नहीं।
फेसबुक पर 35 सौ दोस्त है, पर भाई से बातचीत नहीं।
भारत में इंसान बहुत है, पर इंसानियत नहीं।
घडियाँ सबके पास है, पर समय किसी के पास नहीं।
ध्यान रखना बाबु–
बीमार होने की वजह बीमारी हो, यह जरूरी नहीं है..
कभी कभी दूसरों की सुख शांति प्रेम प्रसन्नता उनन्ति देखकर, आदमी बीमार हो जाते हैं …!!!