Jain Religion In Hindi

परम पूज्य गणाचार्य भगवन गुरुवर श्री 108 विरागसागर जी महाराज के दर्शनार्थ पधारे केशव प्रसाद मौर्य

आज उत्तरप्रदेश शासन के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य पधारें…पूज्य गणाचार्य भगवन के श्रीचरणों का पाद प्रक्षालन कर गुरु चरण रज को माथे से लगाया..

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श्रीजी की पालकी यात्रा, वात्सल्य आमंत्रण सूचना

सादर जय जिनेन्द्रआप सभी को सूचित करते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि दिनांक 2 अक्टूबर 2021 दिन शनिवार को श्री दिगम्बर जैन मंदिर पाढम में श्री जी की…

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नववधु की अटल प्रतिज्ञा को पूर्ण कराने वाले परिवार में जन्मा युगपुरुष

सन 1870 की घटना हैउत्तरप्रदेश के एटा जिले के कोसमा ग्राम से तीन किमी दूर तखावन नामक नाम का गाँव है।जहा एक जैन श्रेष्ठी ठाकुरदास जी दिवाकर जी रहते थे।जब…

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32 निर्जल उपवासों की अनुमोदन हेतु पारणा महोत्सव में श्री सुनीलसागर युवासंघ भारत

आचार्य श्री चन्द्र सागर जी गुरुदेव के शुभ सानिध्य व राष्ट्र गौरव चतुर्थ पट्टाचार्य श्री सुनीलसागर जी गुरूराज के शुभाशीष से श्रीमती रिया श्रेणीक भूता सन्तरामपुर ने 32 निर्जल उपवास…

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दस लक्षण महापर्व समापन: 9वीं की छात्रा ने किया दस दिन का कठिन उपवास, गाजे बाजे और घोड़ो की बघ्घी में बैठा कर ले जाया गया मंदिर

आज दस लक्षण महापर्व समापन के अवसर पर दस दिन का कठिन उपवास करने वालो मे 13 वर्ष एवं कक्षा 9 की छात्रा कुमारी रिद्धी जैन को परिवार जनो के…

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75 दिवसीय अखंड महा आराधना श्री चिंतामणि इष्ट सिद्धि महा विधान परम भक्ति पूर्वक परम आनंद और उत्साह पूर्वक संपन्न हो रहा है

श्री अतिशय क्षेत्र कचनेर जी में चिंतामणि बाबा के श्री चरणों में सबके आराध्य सभी की आस्था के केंद्र श्री चिंतामणि पारसनाथ भगवान की महा आराधना 75 दिवसीय अखंड महा…

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496 दिन सिंह निष्क्रीडित व्रत एवं 557 दिन मौन साधना

विशेष: ~ अंतर्मना की तप साधना ~ त्याग – मोक्ष महल की प्रथम सीढ़ी है। त्याग हमारे जीवन को श्रेष्ठ और सुंदर बनाता है। त्याग एक नैसर्गिक कर्तव्य है। श्वास…

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शान्तिधारा पर आगम पृच्छा

🍁प्रश्न : एक बार शान्तिधारा पूर्ण हो जानेके बाद अभिषेक कर सकते हैं ? यदि हाँ, तो क्यों ? 🌻उत्तर :– इसका उत्तर सरल है ।शान्तिधारा श्रीजी की आराधना का…

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“कैंसर से भी ज़्यादा ख़तरनाक “मायाचारी की गाँठ” पनपने से रोकता है – उत्तम आर्जव धर्म “

डॉ. इन्दु जैन राष्ट्र गौरव, दिल्ली “कपट न कीजे कोय, चोरन के पुर ना बसें।सरल-सुभावी होय, ताके घर बहु-संपदा।।”अर्थात् कभी भी किसी को छल-कपट नहीं करना चाहिए क्योंकि चोरों के…

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