प्रथमानुयोग

वात्सल्यरत्नाकर ऋषि के आशीष व श्वेतपिच्छाचार्य श्री विद्यानन्दी जी की प्रेरणा से टला गोम्मटगिरी का संकट-

इंदौर# धर्मनगरी इंदौर में श्वेतपिच्छाचार्य श्री विद्यानन्दी जी गुरुराज के आशीर्वाद से गोम्मटगिरी क्षेत्र का निर्माण हुआ। स्थान नगर से दूर एक टेकरी पर है।सुना जाता है वह टेकरी किसी…

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वात्सल्यरत्नाकर स्वामी के पहले पृथक चातुर्मास में ही गुंज उठी अहिंसा की क्रांति

श्री आदिसागर अंकलिकर स्वामी के अतिशय पट्टाचार्य श्री महावीरकीर्ति जी स्वामी से सन 1950 में क्षुल्लक-ऐल्लक दीक्षा के बाद मुनि दीक्षा लेने के बाद वात्सल्यरत्नाकर श्री विमलसागर जी को श्री…

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षष्ठपट्टाचार्य पूज्य आचार्य श्री 108 ज्ञान सागर जी महाराज का 93वां जेल प्रवचन

– जिला जेल टोंक – आचार्य भगवन ने कैदियों को संबोधित किया तो सभी कैदियो की आंखे भर आयी और सभी ने आचार्यश्री के समक्ष प्रण लिया की जेल से…

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